रायपुर. उप मुख्यमंत्री और लोक निर्माण मंत्री अरुण साव की अध्यक्षता में मंगलवार को विभागीय समीक्षा बैठक हुई. ये बैठक नवा रायपुर के निर्माण भवन में की गई. जिसमें अरुण साव ने प्रदेश में विभिन्न निर्माण कार्यों को लेकर दिशा-निर्देश दिए. जिसमें छात्रावास निर्माण कार्य शामिल है. साथ ही प्रदेश चल रहे ओवरब्रिज और फ्लाईओवर के कार्यों को लेकर भी निर्देश दिए गए.
बैठक में दिए गए निर्देशों के मुताबिक प्रदेशभर में 21 करोड़ खर्च कर छात्रावास बनाए जाएंगे. जिनकी कुल संख्या 21 है. इससे पांच जनजातियों के लिए 2100 से ज्यादा विद्यार्थियों को शिक्षा सुलभ होगी. प्रदेश के पहाड़ी कोरवा, कमार, बैगा, बिरहोर और अबुझमाड़िया इन पांच जातियों को सरकार की इस योजना का लाभ मिलेगा. इन हॉस्टलों में 50 सीटों तक ही सुविधा रहेगी. 2026 तक इसके निर्माण का टारगेट रखा गया है.
बैठक में कुल 21 हॉस्टल स्वीकृति मिली है. जिसमें सरगुजा में दो, धमतरी में एक, गरियाबंद में दो, कवर्धा में चार, सरगुजा में तीन, बलरामपुर में तीन, कोरिया में एक, मुंगेली में दो, नारायणपुर में दो, बिलासपुर में एक हॉस्टल बनाया जाएगा.
इसके अलावा बैठक में साव ने प्रदेश में निर्माणाधीन रोड ओवरब्रिज और फ्लाईओवर के काम में तेजी लाते हुए इन्हें समय-सीमा में पूरा करने का निर्देश दिया है. उन्होंने कहा कि काम धीमा होने से लोगों को परेशानी होती है. व्यवस्था सुधारते हुए तेजी से काम करवाएं. लेट-लतीफी की शिकायत नहीं आनी चाहिए. कार्य पूर्ण करने में आ रही दिक्कतों का तत्परता से समाधान निकालें. इसके कारण कार्य पूर्णता में देरी नहीं होना चाहिए.
साव ने कहा कि सड़क पर ट्रैफिक और उपयोगिता को ध्यान में रखकर चौड़ीकरण और मजबूतीकरण का काम करें. गुणवत्ता से समझौता कहीं भी नहीं होगा. बता दें बैठक में लोक निर्माण विभाग के सचिव और प्रमुख अभियंता सहित मैदानी अधिकारी भी मौजूद थे.