RAIPUR TIMES दुर्ग की 2 चिटफंड कंपनियों ने दुर्ग के लोगों को ज्यादा मुनाफे का लालच देकर 5 करोड़ से ज्यादा का निवेश कराया। फिर इसी रकम से राज्य के अलग-अलग हिस्सों में जमीन खरीदी। शुष्क इंडिया और उसकी सहायक कंपनी साइनिंग स्टार इंफ्रास्टेट प्राइवेट लिमिटेड चिटफंड कंपनी ने अभनपुर और आरंग में अलग-अलग जमीन खरीदी। बाद में कंपनी अपना कारोबार समेट कर भाग गई। दोनों कंपनियों के खिलाफ मोहननगर थाना दुर्ग में एफआईआर दर्ज है।
नया चिटफंड कानून बनने के बाद दुर्ग जिले के कलेक्टर ने आरंग और अभनपुर की जमीन कुर्क कर ली और रायपुर कलेक्टर को दोनों जमीन नीलाम करने के लिए चिट्ठी लिखी। दुर्ग कलेक्टर की अनुशंसा के बाद रायपुर कलेक्टर ने इसी हफ्ते दोनों जमीन की नीलामी कराई। आरंग और अभनपुर एसडीएम ने दोनों नीलामी कराई। जमीन खरीदने के लिए वहां के लोगों ने जबरदस्त दिलचस्पी दिखाई।
ऑफसेट प्राइस से लगभग दोगुनी कीमत में जमीन बिकी। दोनों जमीन की नीलामी से 2.10 करोड़ रुपए मिले। अब इस रकम को दुर्ग कलेक्टर को भेजा रहा है। दोनों कंपनियों में निवेश करने वाले दुर्ग के लोगों को यह रकम बांटी जाएगी। करीब एक महीने में यह रकम दुर्ग प्रशासन के खाते में ट्रांसफर कर दी जाएगी।
सांई प्रकाश चिटफंड कंपनी की प्रॉपर्टी होगी नीलाम
सांई प्रकाश चिटफंड कंपनी की करीब 10 करोड़ की प्रॉपर्टी जल्द नीलाम होगी। इसके लिए रायपुर कलेक्टर ने पहले ही कुर्की कर दी है, लेकिन नीलामी के लिए जिला सत्र कोर्ट से मंजूरी नहीं मिलने की वजह से अभी मामला अटका है। कंपनी ने पैसे दोगुने होने का लालच देकर केवल राजधानी में ही 50 करोड़ से ज्यादा का फर्जीवाड़ा किया था। कंपनी ने लोगों से ली गई रकम से पॉश और महंगे इलाकों में जमीन, दुकान की खरीदी थी। कंपनी के डायरेक्टरों ने छत्तीसगढ़ आटो केयर के पास राजकुमार कॉलेज परिसर की नजूल जमीन, इसी एक हिस्से में बने दो मंजिला भवन के दूसरे फ्लोर पर स्थित एक हजार वर्गफुट की दुकान खरीदी थी।
इसके साथ ही सुनील कुमार शर्मा की मोनिका रियल स्टेट के नाम टिकरापारा में 72,630 वर्गफुट जमीन खरीदी। लालपुर रोड पर स्थित प्रोग्रेसिव प्वाइंट के पांचवें फ्लोर पर भी 34 दुकानें खरीदी गई थी। इन सभी दुकानों की नीलामी से 10 करोड़ से ज्यादा की रकम मिलेगी।
84 लोगों ने बोली लगाई मिला 1 महीने का समय
चिटफंड कंपनी शुष्क इंडिया और साइनिंग स्टार इंफ्रास्टेट कंपनी ने छछानपैरी में 1.390 हेक्टेयर (3.48 एकड़) और अभनपुर 1.003 हेक्टेयर (2.51 एकड़) जमीन खरीदी थी। इन जमीनों को खरीदने के लिए 84 लोग नीलामी में शामिल हुए। अभनपुर की जमीन 1.003 हेक्टेयर (2.51 एकड़) का बाजार मूल्य 62 लाख 83 हजार 795 रुपए था, लेकिन इसकी नीलामी 1 करोड़ 78 लाख 51 हजार रुपए में हुई। यानी तय कीमत में लगभग दोगुनी कीमत में बिकी। इसी तरह छछानपैरी की 0.387 हेक्टेयर जमीन का बाजार मूल्य 26 लाख 14 हजार 185 रुपए था। यह जमीन 31.61 लाख रुपए में बिकी। दोनों जमीन की बिक्री से प्रशासन को बड़ी रकम मिली है। जमीन खरीदने वालों को एक महीने में पूरी रकम देने को कहा गया है।
दुर्ग की चिटफंड कंपनी की जमीन नीलामी से 2.10 करोड़ रुपए मिले हैं। यह रकम दुर्ग प्रशासन को दी जाएगी। कंपनी में निवेश करने वाले दुर्ग के लोगों को यह रकम जल्द बांटी जाएगी। –विरेंद्र बहादुर पंचभाई, अपर कलेक्टर और नोडल अफसर