रायपुर।गले मेें तुलसी की कंठी, वैष्णव जनों की पहचान है। वैष्णव ब्राह्मण समाज की दानशीलता का उदाहरण पूरे छत्तीसगढ़ के लिए जानने योग्य है। आजादी से पहले राजनांदगांव रियासत के वैष्णव राजा महंत दिग्विजय दास ने न सिर्फ राजनादगांव रियासत के लिए भूमिगत नाली की योजना बनाई, बल्कि रायपुर के लोगों को शुद्ध पेयजल मिल सके इसकी व्यवस्था की। उक्त उद्गार मुख्य अतिथि दूधाधारी मठ के महंत एवं गौ सेवा आयोग के अध्यक्ष डॉ. राम सुंदर दास ने निम्बार्क परिसर में रविवार को आयोजित अखिल भारतीय वैष्णव ब्राह्मण सेवा संघ के दीवाली मिलन कार्यक्रम में व्यक्त किए।
महंत जी ने कहा कि इतना ही नहीं शिक्षा का विस्तार हो सके इसकी चिंता करते हुए न सिर्फ सैकड़ों एकड़ जमीन और धन दान में दिया बल्कि संस्कृत विद्यालय की स्थापना दूधाधारी मठ के महंत मेरे गुरु वैष्णव दास वैष्णव ने की। राजकुमार कॉलेज की स्थापना से लेकर महंत घासीदास वैष्णव संग्रहालय वैष्णव समाज की दानशीलता का अनुपम उदाहरण है। इस मौके पर गौ सेवा आयोग के अध्यक्ष महंत रामसुंदर दास ने वैष्णव ब्राह्मण संघ के कीर्तिधारकों को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया जिनमे डॉ. तयोनिधि वैष्णव,डॉ. टी. के. वैष्णव, कुमारी प्रियंका वैष्णव प्रमुख हैं।
समारोह को संबोधित करते हुए डॉ. सौरभ निर्वाणी ने कहा कि बापू के प्रियभजन वैष्णव जन तो तेने कहिये.. के अनुरूप ही बने समाज।
उन्होंने घोषणा की वैष्णव समाज के लोगों के पारिवारिक समारोह के लिए वे निम्बार्क परिसर को नि:शुल्क उपलब्ध कराएंगे। समारोह कोसेवा संघ के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष राज परिवार छुईखदान के सदस्य लल्ला जे. के. वैष्णव, प्रदेश अध्यक्ष राकेश दास वैष्णव, युवा सेवा संघ के प्रदेश अध्यक्ष मणि वैष्णव, महिला इकाई की अध्यक्ष ललीता वैष्णव, जिला पंचायत सदस्य प्रज्ञा निर्वाणी, डॉ. सौरभ निर्वाणी, रजनीश वैष्णव ने संबोधित किया। डॉ. नीना वैष्णव, प्रभा निर्वाणी, नीना वैष्णव, प्रियंका वैष्णव, जनपद सदस्य हेमंत वैष्णव ,हवेंद्र वैष्णव, सरिता वैष्णव, सीमांत रामावत,नेहा वैष्णव, सुरेश वैष्णव, डॉ.हलधर वैष्णव,अभियंता उपेंद्र वैष्णव, दोहा (कतर) से आई नेहा वैष्णव, प्रियांशु वैष्णव, परमेश्वर वैष्णव,बृजराज किशोर दास, संदीप शर्मा,योगेश शास्त्री सहित आए वैष्णव बंधु और बहनों को पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष प्रभा निर्वाणी ने तुलसी की कंठी भेंट कर अभिनन्दन किया।