रायपुर। जगन्नाथपुरी मठ के शंकराचार्य स्वामी निश्चलानंद सरस्वती का एक बार फिर बड़ा बयान सामने आया है। उन्होंने राममंदिर पर कहा कि मूर्ति का शास्त्र विधि-विधान से प्रतिष्ठा हो। तभी मूर्ति में भगवान का प्रवेश हो सकता है। अन्यथा मूर्ति में भूत-पिशाच का प्रवेश हो जाता है। शास्त्र विधि से प्रतिष्ठा ना होने से हलचल मचा देगा। रामजी को सेकुलर मानकर प्रतिष्ठा ना हो।
कोई अंबेडकर की मूर्ति की प्रतिष्ठा नहीं हो रही है। राम को सनातनियों का अवतार मानकर प्रतिष्ठा हो। शंकराचार्य निश्चलानंद मोदी और योगी पर हमला करते हुए कहते हैं कहा कि मोदी और योगी मूर्ति के साथ खिलवाड़ न करें। क्या प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री का यही दायित्व है। क्या हमको चुनौती देने प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री बने? मैं अकेले नहीं, मेरे साथ 33 करोड़ देवी-देवता हैं।