Raipur Times रायगढ़। रायगढ़ जिले में तमनार ब्लॉक के लोग जिंदल पावर लिमिटेड के फ्लाईएश राख से परेशान है, और वहां के निवासियों के लिए ये कोई नई समस्या भी नही है, यहां के ग्रामीण काफी लम्बे समय से इस परेशानी से जुझ रहे है, इस कंपनी का फ्लाईएश राख आस पास के 12 से अधिक गांवो तक हवा के माध्यम से उड़कर पहुंच रहा है, गर्मी आते ही कंपनी का फ्लाईएश राख उड़ना शुरू हो जाता है, और लोगों की परेशानी बढ़ने लगती है।
अब ग्रामीण इस समस्या की शिकायत भी लगातार करते है, और ग्रामीणों की शिकायत पर यहां अधिकारी आते जरूर है, लेकिल ये अधिकारी बड़ी कंपनियों से पैसा लेकर समस्या को नजरअंदाज कर देते है। लेकिन ग्रामीणों की समस्या अभी तक जस के तस वही है, अब इस कंपनी से उड़ने वाली फ्लाईएश की वजह से आस पास के ग्रामीण लोग कई बिमारियो के शिकार हो रहे है। जिस पर अभी तक किसी की नजर नही जा रही है।
तमनार ब्लॉक में फ्लाईएश राख की समस्या कोई नई नहीं है, गर्मी के दिन आते ही समस्या से क्षेत्रीय ग्रामीण जुझनें लगते, तकरीबन एक दर्जन गांव के ग्रामीण एक दशक से समस्या से जुझ रहे, लेकिन स्थाई सामाधान आज तक नहीं निकल पाई जिससे ग्रामीणों को समस्या से निजात मिल सके, ग्रामीण शिकायत करते हैं अधिकारी आते है और खानापूर्ति कर चले जाते है ग्रामीण सहित पशु भी फ्लाईएश से होनें वाली बिमारी का शिकार होते जा रहे हैं ।
क्या है फ्लाईएश राख
जिंदल पावर लिमिटेड तमनार में उत्पन्न होने वाली बिजली
की अवशिष्ट राख को डेम बनाकर ईकट्ठा किया जा रहा है , और ईकट्ठा करनें वाले डेम में पाईप लाईन की सहायता से राख लाई जाती है , जिसके बाद राख डेम में छोड़ कर पानी वापस ले जाई जाती है , डेम की ऊंचाई लगातार बढ़ती जा रही जिसका खामियाजा ग्रामीण भुगत रहे है। गाँव में घरों की ऊंचाई से दो गुनी उंचाई फ्लाईएश डेम की हो गई है ।
250 मेगा वाट के निस्तारी वाले डेम में 600 वाट का भी निस्तारी
प्लांट की जानकारी रखनें वाले विशेषज्ञ ग्रामीण बताते हैं के राख डेम का निर्माण 250 मेगा वाट के प्लांट से बिजली उत्पन होनें कज बाद निकलने वाली राख के लिए बनाया गया है, लेकिन यहाँ 600 मेगा वाट प्लांट की भी राख की निस्तारी की जा रही है , कारण डेम लगातार भरते जा रहा है, जिससे कारण ऊंचाई भी लगातार जिंदल प्रबंधन द्वारा बढाई जा रही है। राख गांव की ओर धिमी धिमी कुहरे की तरह उड़ कर आती है, जो दूर से दिखाई देती है लेकिन नजदीक से नहीं। जिस तरह फ्लाईएश राख की गांव की ओर उड़ रही है , वो दिन दुर नहीं जब ग्रामीण आँख की बीमारी और चर्म की बिमारी से प्रत्येक व्यक्ति जुझ रहा हो। सप्ताह भर से तेज आंधी तूफान के कारण रात तकरीबन 20 किलोमीटर के दायरे में उड़ रहा है जिसका खामियाजा स्थानीय ग्रामीण भुगत रहे हैं और जिम्मेदार चुप्पी हुए हैं।
प्रभावित गांव
कुंजेमुरा , पाता, बांधापाली , रेगांव ,सलिहाभांठा , गारे , डोलेसरा, कोसमपाली, तमनार ,झिकाबहाल, महलोई , सहित आस पास के ग्रामीण समस्या से जुझ रहे हैं ।
हवा करते ही राख गांव की ओर ऊंड कर आ रही है , हमारे गांव सहित आस पास के गांव के ग्रामीण भी समस्या से जुझ रहे हैं, जिंदल प्रबंधन को उचित व्यवस्था करनी चाहिए जिससे राख गांव की ओर ना आए।
जयपाल भगत
सरपंच कुंजेमुरा
फ्लाईएश की समस्या कोई नई नही है, हर साल ग्रामीण ईससे परेशान हो रहे हैं, हवा चलते ही गांव की ओर आती है , घरों में अलग से परत जम जा रही उचित व्यवस्था करनी चाहिए ।
बिहारी पटेल
ग्रामीण कुंजेमुरा
फ्लाईएश के खिलाफ लगातार केस भी लड़ रहे हैं , अधिकारियों को शिकायत भी की जाती है लेकिन खानापूर्ति कार्यवाही के कारण जिंदल द्वारा उचित सामाधान नहीं किया जाता है ।
शिवपाल भगत
सामाजिक कार्यकर्ता