Ramanand Sagar ने 36 साल पहले पौराणिक सीरियल रामायण बनाकर इतिहास रच दिया था. रामानंद सागर का रामायण टीवी का मोस्ट सक्सेसफुल शो रहा है. रामायण (Ramayan Show) के सभी किरदारों को रियल लाइफ में भी लोगों ने प्यार के साथ सम्मान दिया है. लेकिन क्या आप जानते हैं 80-90 के दशक में छोटे पर्दे पर सबसे ज्यादा पॉपुलैरिटी पाने वाले रामायण पर 2 साल तक रोक लगा दी गई थी. जी हां…सरकार और दूरदर्शन दोनों ही नहीं चाहते थे कि रामायण टीवी पर टेलीकास्ट हो, लेकिन मेकर्स ने हार नहीं मानी और कई सरकारी दफ्तरों के चक्कर काटने के बाद टीवी पर पौराणिक सीरियल पेश किया.
दूरदर्शन ने रामायण को कर दिया था रिजेक्ट!
रामानंद सागर (Ramanand Sagar) के बेटे प्रेम सागर ने अपनी किताब ‘एन एपिक लाइफ: रामानंद सागर फ्रॉम बरसात टू रामायण’ में इस किस्से का जिक्र किया है. किताब में बताया गया है कि रामानंद सागर (Ramanand Sagar Tv Show) के लिए दूरदर्शन चैनल पर रामायण टेलीकास्ट कराना आसान नहीं था, क्योंकि इसपर दूरदर्शन के सीनियर से लेकर सरकार तक ने रोक लगा दी थी. कहा जाता है कि रामानंद सागर का रामायण पर शो बनाने का आइडिया किसी को पसंद नहीं आया था. और रामानंद के बननाए तीन पायलट एपिसोड्स को रिजेक्ट कर दिया गया था.
क्यों लगी थी ‘रामायण’ के टेलीकास्ट पर रोक?
रामानंद सागर (Ramanand Sagar Ramayan) ने हार नहीं मानी और खूब जद्दोजहद करने के बाद उन्होंने रामायण को टेलीकास्ट कराकर ही दम लिया. रिपोर्ट्स के मुताबिक, आदिपुरुष फिल्म की कंट्रोवर्सी के दौरान रामायण सीरियल में लक्ष्मण का किरदार निभाने वाले सुनील लहरी ने बताया था कि उस वक्त मिनिस्ट्री की तरफ से माता सीता के ब्लाउज पर आपत्ति जताई गई थी. क्योंकि पायलट एपिसोड में माता सीता का कटस्लीव ब्लाउज दिखाया गया था, जिसका विरोध हुआ था. ऐसे में दूरदर्शन के सीनियर से लेकर सरकार ने रामायण के टेलीकास्ट पर रोक लगा दी थी. लेकिन रामानंद सागर ने माता सीता के कास्ट्यूम पर फिर से काम किया और तब जाकर शो को लोगों के बीच लाया गया.