Mohali RPG : पंजाब के मोहाली में पुलिस इंटेलिजेंस मुख्यालय में हुए आरपीजी हमले के मामले के मास्टरमाइंड फैजाबाद के रहने वाले एक नाबालिग को गिरफ्तार किया गया है। स्पेशल सेल के मुताबिक रॉकेट लॉन्चर से फायरिंग के मामले में दीपक सुरकपुर और एक नाबालिग की मुख्य भूमिका सामने आई थी, जिसमें यह नाबालिग पकड़ा गया है.
इस नाबालिग के तार न केवल पाकिस्तान के आतंकी रिन्दा बल्कि कनाडा में बैठे लखवीर सिंह लांडा, लॉरेंस विश्नोई, जग्गू भगवनपुरिया से भी जुड़े हैं. सलमान खान को मारने का टास्क भी लॉरेंस बिश्नोई ने इस नाबालिग और इसके बाकी साथियों को दिया था.
कई अपराधों को दिया अंजाम
इन सभी ने कई सनसनीखेज अपराधों को अंजाम दिया है. स्पेशल सेल के स्पेशल सीपी एचजीएस धालीवाल के मुताबिक 4 अगस्त 2021 को अमृतसर में राणा कंडोवालिया, जो लॉरेंस के विरोधी गैंग का मुख्य शूटर्स था, उसकी हत्या को इन्होंने मिलकर अंजाम दिया. इसमें नाबालिग के साथ दो और लोग भी शामिल थे.
फिर 5 अप्रैल 2022 को संजय वियानी बिल्डर की हत्या को इन्होंने अंजाम दिया, इस हत्याकांड को पाकिस्तान में बैठे रिन्दा ने प्लान किया था और इसके लिए बाकायदा फंडिंग भी की थी. रिन्दा ने 9 लाख रुपए भेजे थे जिनमें से शूटर्स को 4-4 लाख रुपये दिए गए थे. इसके बाद 9 मई 2022 को पंजाब पुलिस के मोहाली हेडक्वार्टर पर RPG अटैक में रिन्दा और लखविंदर लांडा शामिल थे. जिसके लिए भी मोटा पैसा शूटर्स को दिया गया था.
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क्रॉस बॉर्डर सिंडिकेट का हिस्सा हैं आरोपी
ये सभी आरोपी क्रॉस बॉर्डर सिंडिकेट का हिस्सा है, जो देश विरोधी गतिविधियों में शामिल रहे हैं. घटनाओं को अंजाम देने के बाद यह देश के अलग-अलग राज्यों में छुपते रहे थे. नाबालिग को जाम नगर गुजरात से पकड़ा गया है जहां से फ्लाइट के जरिए इसे दिल्ली लाया गया. नाबालिग को जुवेनाइल जस्टिस बोर्ड के सामने पेश किया जाएगा और कोर्ट से मांग की जाएगी की नाबालिग की आपराधिक पृष्ठभूमि को देखते हुए इसे बालिग की तरह रखकर कार्यवाही की जाए.
गैंगस्टर अर्शदीप भी गिरफ्तार
स्पेशल सेल ने रिन्दा से जुड़े एक और गैंगस्टर अर्शदीप सिंह को गिरफ्तार किया है. अर्शदीप हरियाणा में IED और हैंड ग्रेनेड मिलने के मामले में भी वॉन्टेड था. अर्शदीप से पूछताछ जारी है.
सलमान खान को निशाना बनाने का टास्क एक नाबालिग, दीपक सूरकपूर और मोनू डागर को सौंपा गया था लेकिन टास्क से पहले इन्होंने राणा हत्याकांड को अंजाम भी दिया गया. स्पेसल सेल के मुताबिक आने वाले वक्त में एक बड़ी वारदात को अंजाम देने का प्लान इन सभी को सौंपा गया था. फरारी के वक्त 4 महीने में 18 राज्यो में छुपे हुए थे सभी आरोपी.