नवरात्री का पांचवा दिन है स्कंदमाता की पूजा से संतान की प्राप्ति का फल प्रदान होता है. आपको बता दें अगर संतान की तरफ से कोई कष्ट है तो उसका भी अंत हो सकता है. माता को कौन से कलर के फूल अर्पित करना चाहिए ? स्कंदमाता की पूजा में पीले फल अर्पित करें तथा पीली चीजों का भोग लगाएं. माता को पिले वस्त्र पसंद है, अगर पीले वस्त्र धारण किए जाएं तो पूजा के परिणाम अतिशुभ होंगे. इसके बाद देवी मां के सामने बैठकर प्रार्थना करें.
माता की आराधना कर कुंडली में बृहस्पति को बनाएं मजबूत। मान्यता यह हैं कि स्कंदमाता की उपासना कर कुंडली में देवगुरु बृहस्पति को मजबूत बनाया जा सकता है. ऐसा करने के लिए सबसे पहले पीले वस्त्र धारण करें और फिर मां के समक्ष सवच्छ मन से बैठें. इसके बाद एक मंत्र का आप उच्चारण कर सकते है “ॐ ग्रां ग्रीं ग्रौं सः गुरुवे नमः” . देवी मां से बृहस्पति ग्रह को मजबूत करने की प्रार्थना करें. आपको माता रानी की जरूर कृपा प्राप्त होगी।
माता को प्रसाद में क्या चढ़ाया जाता है ?
आप नवरात्रि के पांचवें दिन स्कंदमाता को केले का भोग लगाएं. इसके बाद इसको प्रसाद रूप में ग्रहण करें. आपकी सभी बढ़ाएं जैसे की संतान और स्वास्थ्य दोनों की बाधाएं दूर होंगी. इसके बाद स्कंदमाता के विशेष मंत्र- “नन्दगोपगृहे जाता यशोदागर्भ सम्भवा। ततस्तौ नाशयिष्यामि विन्ध्याचलनिवासिनी” का जाप करें.