नई दिल्ली|आज के समय में लगभग देश के कि 40 फ़ीसदी आबादी किडनी (kidney-stones )से जुड़ी किसी ना किसी समस्या से जूझ रही है। वहीं 40% में 13 से 15 प्रतिशत आबादी को किडनी स्टोन की समस्या का सामना करना पड़ रहा है।
गर्मी के मौसम में ह्यूमिडिटी और पानी की कमी होने की वजह से शरीर में स्टोन बनने लगता है ,हालांकि यह शरीर में सर्दियों के मौसम में भी हो सकता है लेकिन गर्मियों में 50 फ़ीसदी तक बढ़ जाता है। किडनी स्टोन होने पर यूरिन में जलन, यूरिन में ब्लड आना और उल्टी होने लगता है।
आखिर क्या होता है किडनी स्टोन kidney-stones
लोगों के यूरिन में खनिज और लवण होते हैं ।जब यूरिन में इसका स्तर बढ़ जाता है,तो यह क्रिस्टल एक जगह होकर स्टोन का रूप ले लेती है। इस प्रकार से कई बार यह स्टोन यूरेटर में पहुंच जाता है और अगर यह यूरेटर में जमा हो जाता है तो यूरिन के बहाव को रोक देता है जिससे शरीर में जोर का दर्द उठता है।
शरीर में स्टोन होता कैसे हैं
किडनी स्टोन का मुख्य कारण कम मात्रा में गाढ़ा यूरिन होना है। गर्मियों के मौसम में गर्म तापमान होने के कारण पसीना बहने ,ज्यादा एक्सरसाइज करने और पर्याप्त लिक्विड मटेरियल का सेवन नहीं करने की वजह से शरीर में पानी की कमी हो जाती है, जिसके कारण गाढ़ा यूरिन होता है।यह यूरिन इस बात को दर्शाता है कि यूरिन में मौजूद सॉल्ट को घूलने के लिए पर्याप्त मात्रा में लिक्विड नहीं मिल रहा है, जिसके कारण यह इकट्ठा होकर स्टोन का रूप ले लेता है।
क्या है इससे बचने का तरीका
किडनी स्टोन से बचने का तरीका है कि यूरिन से रिलेटेड कोई भी तकलीफ होने पर तुरंत यूरिन टेस्ट करवाएं। इसके अलावा कोई भी परेशानी होने पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।वही अगर इसके कारण का पता चल जाए तो अपने डाइट और लाइफ स्टाइल में बदलाव लाना चाहिए। वैसे तो दवाइयों को समय से लेने पर इसे दोबारा होने से रोका जा सकता है लेकिन कोशिश करना चाहिए कि अपने नियमित जीवनशैली से शरीर को हमेशा स्वस्थ रखें।
अचानक से तेज दर्द होने पर क्या करें?
रिपोर्ट के मुताबिक ,जब स्टोन यूरेटर में पहुंच जाता है तो दूर जोरों का दर्द होता है,यह इसलिए होता है क्योंकि यूरेटर में पहुंच जाने के बाद स्टोन यूरिन को ब्लॉक कर देता है। ऐसे समय पर दर्द अक्सर कमर के आस पास फैल जाता है और रोगी को उल्टी होना शुरू हो जाता है। ऐसी परिस्थिति आने पर तुरंत शरीर को भारी मात्रा में पानी देना चाहिए थोड़ा रुक कर पेन किलर लेना और फिर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।