RAIPUR TIMES मुंबई। मुंबई पुलिस ने पालघर जिले के नालासोपारा में एक दवा निर्माण इकाई पर छापा मारकर 1,400 करोड़ रुपये मूल्य का 700 किलोग्राम से अधिक ‘मेफेड्रोन’ जब्त किया है। इस सिलसिले में पांच लोगों को गिरफ्तार किया गया है। एक अधिकारी ने गुरुवार को यह जानकारी दी। अधिकारी ने बताया कि छापेमारी मुंबई अपराध शाखा के ड्रग रोधी प्रकोष्ठ (एएनसी) ने की। उन्होंने कहा कि विशेष सूचना के आधार पर यह कार्रवाई की गई है। एएनसी की एक टीम ने परिसर में छापा मारा और उस दौरान पता चला कि प्रतिबंधित दवा ‘मेफेड्रोन’ का निर्माण वहां किया जाता है।
अधिकारी ने बताया कि चार आरोपियों को मुंबई से गिरफ्तार किया गया है, जबकि एक व्यक्ति नालासोपारा से पकड़ा गया है। उन्होंने बताया कि यह हाल के दिनों में शहर पुलिस द्वारा नशीले पदार्थों की सबसे बड़ी जब्ती में से एक है. ‘मेफेड्रोन’ को ‘म्याऊ म्याऊ’ या एमडी भी कहा जाता है। यह राष्ट्रीय नारकोटिक ड्रग्स एंड साइकोट्रोपिक सब्सटेंस (एनडीपीएस) अधिनियम के तहत प्रतिबंधित है।
इससे पहले 15 जुलाई को नवी मुंबई की क्राइम ब्रांच की टीम ने एक बड़े रैकेट का नेटवर्क भी पकड़ा था. इसमें क्राइम ब्रांच को करोड़ों रुपये की हेरोइन मिली थी। अंतरराष्ट्रीय बाजार में इस हेरोइन की कीमत 362.5 करोड़ रुपए आंकी गई थी। क्राइम ब्रांच की टीम ने खुलासा किया था कि जब्त की गई हेरोइन की खेप एक अंतरराष्ट्रीय ड्रग रैकेट की सप्लाई चेन का हिस्सा है।
दरअसल क्राइम ब्रांच को मार्बल के नाम पर ड्रग्स लाने की सूचना मिली थी. ये दवाएं मार्बल के कंटेनर में लाई जा रही थीं। सूचना मिलते ही क्राइम ब्रांच ने तस्कर को दबोच लिया। भारत के 19 महानगरों में नारकोटिक ड्रग्स एंड साइकोट्रोपिक सब्सटेंस (एनडीपीएस) अधिनियम के तहत 2020 में दर्ज मामलों की सूची में मुंबई सबसे ऊपर है।