रायपुर। छत्तीसगढ़ प्रदेश भाजपा प्रवक्ता केदार गुप्ता ने गणेश विसर्जन के दौरान राजधानी में चाकूबाजी की आधा दर्जन वारदातों, मुख्यमंत्री और गृहमंत्री के गृह जिले दुर्ग में गणेश विसर्जन के दौरान नाबालिग की हत्या सहित रायपुर के आसपास के इलाकों में ऐसी ही वारदातों का हवाला देते हुए कहा है कि ये आपराधिक मामले तब सामने आए जब गणेश विसर्जन झांकी के मद्देनजर पुलिस को अलर्ट किया गया था। यह कैसा अलर्ट है, जिसमें आपराधिक मामलों की झड़ी लग गई। जब अलर्ट में यह स्थिति है तो आम दिनों में क्या हालत रहती है, वह राजधानी में हर रोज होने वाली चाकूबाजी में लोगों के घायल होने और मारे जाने की घटनाओं से उजागर हो रहा है। रायपुर को भूपेश बघेल सरकार ने चाकूपुर बना दिया है। नाम बदलने का फितूर सिर पर सवार रखने वाले बघेल को रायपुर का नाम बदलने की जरूरत नहीं पड़ी। जनता ने हर दिन होने वाली चाकूबाजी के कारण नामकरण कर दिया है।
भूपेश बघेल से राजधानी तक की कानून व्यवस्था नहीं सम्हल रही है तो क्या इसे सम्हालने के लिए आर्मी बुलाना पड़ेगी?
प्रदेश भाजपा प्रवक्ता केदार गुप्ता ने कहा कि छत्तीसगढ़ में जिस दिन से कांग्रेस सत्ता में आई है, उसी दिन से पूरे प्रदेश में अराजकता का माहौल बनना शुरू हो गया। पौने चार साल में यह चरम पर पहुंच गया है। अब स्थिति बेहद गंभीर है। राजधानी रायपुर, न्यायधानी बिलासपुर, संस्कारधानी राजनांदगांव तक जघन्य अपराधों से त्रस्त हैं। राज्य का एक भी जिला, शहर, कस्बा ऐसा नहीं है, जहां अपराधी तत्वों में कानून व्यवस्था का जरा सा भी खौफ हो। पूरे राज्य में आतंक का राज कायम है। बेटियां, बहनें और माताएं तक भूपेश राज में सुरक्षित नहीं हैं। छत्तीसगढ़ में गुंडाराज चल रहा है, माफिया राज चल रहा है। कानून व्यवस्था ध्वस्त है और सरकार कांग्रेस के लिए फंड बटोरने में व्यस्त है। पुलिस माल खाने में मस्त है। जनता इन सब से बुरी तरह त्रस्त है। अपराधी तत्वों को राजनीतिक संरक्षण मिल रहा है, जिसके कारण छत्तीसगढ़ अब अपराधगढ़ में बदल गया है।