ओपन एआई ने पिछले साल नवंबर में ChatGPT को लॉन्च किया था. महज एक हफ्ते में इस चैटबॉट ने रिकॉर्ड ट्रैफिक हासिल किया. आज दुनियाभर के लोग चैट जीपीटी का इस्तेमाल अपने काम-काज को सरल बनाने के लिए कर रहे हैं. एक तरफ जहां ये AI टूल लोगों को अपनी ओर आकर्षित कर रहा है तो दूसरी तरफ ये हैकर्स का प्राइम टारगेट बना हुआ है. इस बीच ये खबर सामने आ रही है कि 1 लाख से ज्यादा ChatGPT यूजर्स का अकाउंट हैकर्स ने हैक कर लिया है. सिंगापुर स्थित एक साइबर सुरक्षा फर्म ने ये दावा किया कि फर्म ने 1,01,134 डिवाइस ऐसे देखें हैं जिनमें ChatGPT के क्रेडेंशियल्स सेव थे और हैकर्स ने इन्हें हैक कर डार्क वेब पर बिक्री के लिए रखा है.
एशिया पैसिफिक रीजन में सबसे ज्यादा अकाउंट कॉम्प्रोमाइज
ग्रुप-आईबी के थ्रेट इंटेलिजेंस प्लेटफॉर्म के अनुसार, लोगों का डेटा मैलवेयर के जरिए हैक किया गया है और इसे बिक्री के लिए डार्क वेब पर रखा गया है. इसके साथ ही ग्रुप ने ये भी बताया कि एशिया पैसिफिक रीजन में सबसे ज्यादा चैट जीपीटी अकाउंट कॉम्प्रोमाइज हुए हैं. कुल कॉम्प्रोमाइज किए गए क्रेडेंशियल्स में से 40,999 एशिया-प्रशांत क्षेत्र से हैं जबकि मध्य पूर्व और अफ्रीका से 24,925, यूरोप से 16,951 और लैटिन अमेरिका से 12,314 अकाउंट कॉम्प्रोमाइज हुए हैं.
भारत में सबसे ज्यादा अकाउंट हैक
ग्रुप-आईबी ने बताया कि जब देशों की बात आती है तो भारत 12,632 कॉम्प्रोमाइज किए गए क्रेडेंशियल्स के साथ सूची में शीर्ष पर है. इसके बाद पाकिस्तान (9,217), ब्राजील (6,531), वियतनाम (4,771), मिस्र (4,588), अमेरिका (2,995), फ्रांस (2,923), मोरक्को ( 2,647), इंडोनेशिया (2,555) और बांग्लादेश में (2,463) अकाउंट कॉम्प्रोमाइज हुए हैं.
डेटा का किया जा सकता है मिसयूज
चैट जीपीटी के आने के बाद ज्यादातर लोग अपने काम में इसका इस्तेमाल कर रहे हैं. चैट जीपीटी लोगों के क्वेश्चन और हिस्ट्री को सेव रखता है. ऐसे में हैक हुए अकाउंट्स का भी डेटा उनके अकाउंट में सेव होगा. इस डेटा का हैकर्स मिसयूज कर सकते हैं.
ऐसे रखें खुद को सेफ
खुद को सेफ रखने के लिए हम आपको यही सलाह देंगे कि आप अपनी कॉन्फिडेंशियल डिटेल चैट जीपीटी पर न डालें और पासवर्ड को समय के साथ बदलते रहे हैं और इसे किसी के साथ शेयर न करें.