RAIPUR TIMES जांजगीर-चाम्पा। अब महज एक मीटर की दूरी पर राहुल है. बोरवेल तक लगभग 1 मीटर की दूरी ही रह गई है। ऊपर कम्पन हो रहा है. NDRF रस्सी लेकर रेस्क्यू कर रहा है। बोरवेल वाली जगह की घेराबंदी कर लोगों को हटाया गया। एनडीआरएफ ने ऊपर में भी रेस्क्यू के काम को प्रारंभ किया है।
बता दें कि छत्तीसगढ़ में अब तक का सबसे बड़ा रेस्क्यू ऑपरेशन चल रहा है. जांजगीर जिले के जांजगीर-चांपा जिले के पिहरिद गांव में एक खुले बोरवेल में 10 साल का बच्चा गिर गया है. राहुल साहू नामक इस बच्चे को बचाने के लिए पिछले करीब 65 घंटे से लगातार रेस्क्यू ऑपरेशन चल रहा है. शासन-प्रशासन, पुलिस के साथ ही एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीम बच्चे को बचाने में जुटी हुई हैं. जैसे-जैसे रेस्क्यू का समय बढ़ रहा है परिवार वालों की बेचैनी बढ़ रही है. बीते शुक्रवार की दोपहर करीब 3 बजे बच्चे के बोरवेल में गिरने की सूचना प्रशासन को मिली थी. इसके कुछ देर बाद से रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया जा रहा है.
Tunnel work completed, Rahul will come out of borewell soon, मुख्यमंत्री भूपेश बघेल पल-पल की अपडेट प्रशासनिक अधिकारियों से ले रहे है। सीएम राहुल के लिए बेहद चिंतित हैं, यही वजह है कि वे रातभर लगातार रेस्क्यू का अपडेट लेते रहे। मुख्यमंत्री बघेल ने रविवार की सुबह अपने निवास कार्यालय से राहुल के स्वजन से वीडियो काल पर फिर बात की। उन्होंने कहा कि बिलकुल चिंता न करें हम पूरा प्रयास कर रहे हैं कि राहुल का शीघ्र रेस्क्यू हो और वह जल्द ही हम लोगों के बीच सकुशल आएगा।
बता दें कि मुताबिक जांजगीर-चांपा जिले के मालखरौदा के पिहरीद गांव में 11 साल का राहुल साहू शुक्रवार को खेलते-खेलते घर के पीछे की तरफ चला गया। राहुल के पिता रामकुमार उर्फ लाला साहू ने घर की बाड़ी में बोर खुदवाया था। वह बोर फेल हो गया था। बोर को खुला छोड़ दिया गया है। खनन स्थान को मिट्टी से भरा भी नहीं गया है। शुक्रवार की दोपहर बोरवेल के गड्ढे में राहुल गिर गया। परिजन जब बाड़ी की तरफ गए तो बच्चे की रोने की आवाज आई, जिसे सुनकर परिजनों को घटना की जानकारी हुई। घटना की जानकारी मिलते ही कलेक्टर जितेंद्र कुमार शुक्ला, एसपी विजय अग्रवाल, एसडीएम रेना जमील, एडिशनल एसपी अनिल सोनी, तहसीलदार सहित जिला व पुलिस प्रशासन की टीम मौके पर पहुंची है।
परिजनों से सीएम भूपेश बघेल ने की बात
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के निर्देश पर कटक, गुजरात, आंध्र प्रदेश की रेस्क्यू टीम को बुलाया गया है। गुजरात की रोबोटिक्स टीम द्वारा रविवार को बच्चे को निकालने का प्रयास किया गया, लेकिन सफलता नहीं मिली। इसके बाद खुदाई काम फिर शुरू किया गया। सीएम ने भेंट-मुलाकात में जशपुर जाने से पहले अपने निवास कार्यालय से राहुल के परिजनों के माता-पिता से बात की थी। दूसरे दिन उसी दादी से वीडियो कॉल पर बात की और कहा कि आप बिलकुल चिंता न करें हम पूरा प्रयास कर रहे हैं कि राहुल का शीघ्र रेस्क्यू हो जाए और वह जल्द ही हम लोगों के बीच सकुशल आए। सीएम भूपेश बघेल लगातार जिला प्रशासन के संपर्क में हैं। वे लगातार रेस्क्यू ऑपरेशन की जानकारी ले रहे हैं।
सुरंग में पाइप के सहारे दिया जा रहा ऑक्सीजन
बच्चे को पाइपलाइन के जरिए ऑक्सीजन दिया जा रहा है। 6 जेसीबी व 4 चैन माउनटेन से बोरवेल के गड्ढे के समानतर गड्ढा किया किया गया। हैवी ड्रील मशीन से पत्थर को तोड़ा गया। बोरवेल में फंसे बच्चे तक रात में जूस व फल भी पहुंचाया गया। बच्चे को सुबह जूस दिया गया। बच्चा अभी सुरक्षित है। बच्चे को रेस्क्यू करने ओडिशा के कटक, गुजरात के सूरत व आंध्र प्रदेश से एनडीआरएफ की टीम को बुलाया गया है। सेना, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ राहुल को बोरवेल से निकलने में जुटी हुई है। मिली जानकारी के अनुसार करीब 60 फीट की खुदाई करने के बाद सुरंग बनाया जा रहा है। 10 फीट सुरंग की खुदाई और की जानी चाहिए। पत्थरों की वजह से खुदाई में दिक्कत आ रही है।
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