दिल्ली: न्यूनतम समर्थन मूल्य में वृद्धि मोदी सरकार ने एक बार फिर देश के किसानों को बड़ा तोहफा दिया है. सरकार ने 17 फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य में वृद्धि की है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में आर्थिक मामलों की मंत्रिमंडलीय समिति ने बुधवार को खरीफ फसलों के एमएसपी को बढ़ाने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी। केंद्रीय मंत्रिमंडल ने 2022-23 फसल वर्ष के लिए धान के एमएसपी को 100 रुपये बढ़ाकर 2,040 रुपये प्रति क्विंटल कर दिया है। सरकार के इस फैसले से किसानों को बड़ी राहत मिलने वाली है.
केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री ने प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए यह जानकारी दी। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी की अध्यक्षता में हुई बैठक में 14 खरीफ फसलों सहित 17 फसलों का एमएसपी बढ़ाने का फैसला किया गया है. उन्होंने बताया कि फसल वर्ष 2022-23 के लिए धान के न्यूनतम समर्थन मूल्य में 100 रुपये की वृद्धि की गई है। सबसे ज्यादा बढ़ोतरी सूरजमुखी के एमएसपी पर की गई है। इसमें कुल 385 रुपये की बढ़ोतरी की गई है.
उन्होंने कहा कि कॉटन मीडियम फाइबर के एमएसपी में 354 रुपये की बढ़ोतरी की गई है। सोयाबीन के समर्थन मूल्य में 350 रुपये की बढ़ोतरी की गई है। उड़द, मूंगफली और अरहर के समर्थन मूल्य में 300 रुपये प्रति क्विंटल की बढ़ोतरी की गई है। मक्का का एमएसपी इस बार पिछले साल के मुकाबले 92 रुपये ज्यादा है। रागी पर 201 रुपये की बढ़ोतरी की गई है। सामान्य धान और ग्रेड-ए धान पर 100 रुपये की बढ़ोतरी की गई है।
राज्य के किसानों को दो खुशखबरी सुनने को मिली. केंद्र और राज्य दोनों सरकारों ने किसानों को बड़ा तोहफा देते हुए एमएसपी की राशि बढ़ाने का फैसला किया है. सीएम भूपेश बघेल (Bhupesh Baghel) ने एक ट्वीट में कहा कि राज्य के किसानों को धान की फसल के लिए प्रोत्साहन राशि सहित 2640 रुपये मिलेंगे. बता दें कि भूपेश सरकार किसानों को 600 रुपये प्रति क्विंटल की प्रोत्साहन राशि देती है। साथ ही अगले साल 2800 रुपये प्रति क्विंटल मिलने का भी आश्वासन दिया।
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल (Chief Minister Bhupesh Baghel) ने ट्वीट करते हुए कहा है कि
धान के समर्थन मूल्य में 100 रु की बढ़ोत्तरी हुई है। हम किसानों को कई फ़सलों के लिए नौ हज़ार प्रति एकड़ की इनपुट सब्सिडी देते हैं। इस राशि को मिलाकर अब छत्तीसगढ़ के किसानों को प्रति क्विंटल धान का 2640 रु मिलेगा। लेकिन समर्थन मूल्य में हुई बढ़ोत्तरी बहुत कम है।
केंद्र सरकार ने किसानों की आय दोगुनी करने का वादा किया था लेकिन समर्थन मूल्य में सिर्फ़ 100 रु की बढ़ोत्तरी हुई है। डीज़ल, बीज, दवा और खाद सबकी क़ीमतें बढ़ने से कृषि का लागत मूल्य बहुत बढ़ा है। समर्थन मूल्य कम से कम दो सौ रूपए बढ़ना चाहिए।
केंद्र सरकार ने 17 फसलों पर एमएसपी बढ़ाने की दी मंजूरी
बता दें कि केंद्र सरकार ने आज ही 17 फसलों पर एमएसपी बढ़ाने की मंजूरी दी है. केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने कैबिनेट के फैसलों की जानकारी दी. उन्होंने कहा कि हम किसानों की बेहतरी के लिए लगातार काम कर रहे हैं. सरकार द्वारा किसानों के लिए 2 लाख करोड़ का बजट रखा गया है।
केंद्र सरकार ने धान (सामान्य), धान (ग्रेड ए), ज्वार (हायब्रिड), ज्वार (मालदंडी), बाजरा, रागी, मक्का, तूर (अरहर), मूंग, उड़द, मूंगफली, सूरजमुखी बीज, सोयाबीन (पीला), तिल, रामतिल, कपास (मध्यम रेशा) और कपास (लंबा रेशा) की फसलों पर एमएसपी बढ़ाई है. केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा, “पिछले 8 वर्षों में बीज के बाजार के दृष्टिकोण के कारण फायदा हुआ है. किसानों की आय बढ़ाने के लिए कई कदम उठाए गए हैं. आज की बैठक में खरीफ की 14 फसलों के लिए MSP बढ़ाने का निर्णय लिया गया. पिछले साल जो तय किया गया कि लागत प्लस 50 प्रतिशत, उसे हमने लगातार आगे बढ़ाया है. किसान सम्मान निधि के तहत 2 लाख करोड़ खाते में जा चुका है. फर्टिलाइजर पर 2 लाख 10 हज़ार करोड़ की सब्सिडी दी गई है।