Homeछत्तीसगढ़मानवता की प्रतिमूर्ति मां ...मां का जाना एक युग का अंत

मानवता की प्रतिमूर्ति मां …मां का जाना एक युग का अंत

कोरबा निवासी श्री सत्यनारायण अग्रवाल जी की धर्मपत्नी एवं श्री घनश्याम अग्रवाल जी श्रीमती प्रेम अग्रवाल जी श्रीमती राधा अग्रवाल जी श्रीमती अनीता अग्रवाल जी श्रीमती सुनीता अग्रवाल जी श्रीमती रजनी अग्रवाल जी की प्यारी मां श्रीमती गायत्री अग्रवाल जी का शरीर 17/05/2023 को ब्रह्मलीन हो गया प्रभु की कृपा और मां के कर्मों ने आपको कभी यातना का दौर नहीं देखने दिया आपके परिवार जनों ने आपकी खूब सेवा की परंतु कैंसर जैसी विशाल बीमारी ने आपको जकड़ लिया प्रकृति का नियम है जो इस दुनिया में आया है उसे जाना भी है विधि के विधान के आगे हम सभी नतमस्तक हैं

माँ ने अपना पूरा जीवन परिवार और धर्म की सेवा करते हुए अपने परिवार को सामाजिक सांस्कृतिक रूप से पारंगत किया मां ने परिवार के हर सदस्य को इतना सक्षम बना दिया कि आज सभी श्रेष्ठ जीवन जी रहे हैं और आपका यह कार्य हम सभी के लिए प्रेरणादाई है माँ सेवा समर्पण की प्रतिमूर्ति थी आपने पूरे परिवार को एक सूत्र में बांध के रखा आपके प्यार के सामने हर कोई झुक जाता था आपकी प्रेरणा से ही आज पूरा परिवार अपने पारिवारिक दायित्व के साथ-साथ सामाजिक धार्मिक और जन सेवा कार्यों को निरंतर आगे बढ़ा रहा है …

मां की हर वो बातें सदा हृदय मे रहेगी जो आप बताया करती थी

आप का ना होना मेरे होने को हमेशा अधूरा रखता है मां बहुत याद आती है आपकी …..

विभिन्न सामाजिक संगठन अंतरराष्ट्रीय युवा अग्रवाल सम्मेलन द्वारा श्रीमती गायत्री देवी अग्रवाल जी को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए परमात्मा से प्रार्थना की ईश्वर परिवार जनो को इस गहरे दुख को सहन करने की शक्ति प्रदान करें

ओम शांति ओम शांति ओम शांति

((मां को समर्पित करते हुए एक कलम से विशेष लेख))

मांग लूं यह मन्नत की फिर यही जहां मिले ……

फिर वही गोद …. फिर वही “” मां “” मिले …. अमित

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