कुबेरेश्वर धाम में लगातार लोगों की मौत की सूचना मिल रही है। लोगों का मानना है कि मौत के आंकड़े छुपाए जा रहे हैं। दूसरी तरफ पंडित प्रदीप मिश्रा कह रहे हैं कि मौत तो कहीं भी आ सकती है। उससे डरकर सात तालों में भी छुप जाओ तो भी मौत आएगी। गुरुवार को महाराष्ट्र की मंगला बाई की मौत की पुष्टि हुई थी और अब दो और मौत की सूचना मिल रही है। दो दिन के दौरान दो महिलाओं समेत तीन मौतें हो चुकी हैं, जबकि अनेक लोग बीमार हुए हैं और कई लोग अपनों से बिछड़ गए हैं।
लोगों की परेशानी देखते हुए रुद्राक्ष बांटना रोका
रुद्राक्ष महोत्सव का शुक्रवार को दूसरा दिन है। लाखों की संख्या में श्रद्धालु सुबह से ही रुद्राक्ष के लिए लाइन में लगे हैं। भीड़ इतनी कि पैर रखने तक की जगह नहीं है। फिलहाल रुद्राक्ष का वितरण रोक दिया गया है। हालांकि कल से उलट आज इंदौर-भोपाल हाईवे पर ट्रैफिक जाम के हालात नहीं हैं।
सिर्फ 922 रुपये में घर ले आएं एयर कंडिशनर! जानें क्या हैं ऑफर्स
अब महोत्सव में नहीं बल्कि सालभर मिलेंगे रुद्राक्ष
पंडित मिश्रा ने शुक्रवार को कथा के दूसरे दिन कहा- इस रुद्राक्ष उत्सव से, इसके पहले के रुद्राक्ष उत्सव से, उसके पहले वाले रुद्राक्ष उत्सव से यही सीखने को मिला है कि रुद्राक्ष उत्सव करो, आयोजन हो, रुद्राक्ष का शिवलिंग बने, अनुष्ठान भी हो। बस उस रुद्राक्ष को रुद्राक्ष उत्सव के समय वितरित नहीं करते हुए पूरे साल जो कुबेरेश्वर धाम आते हैं, उन्हें दिया जाए। जो भक्त नहीं आ सकते, वे साल में कभी भी आकर यहां से रुद्राक्ष ले सकते हैं। लोग समझ रहे हैं यह रुद्राक्ष की भीड़ है, यह तो बाबा के भक्तों की भीड़ है।