हसदेव नदी (Hasdeo river) के धार्मिक उद्गम को लेकर लोगों के बीच कई कहानियां प्रचलित हैं।बहुत से ग्रामीण, यूट्यूबर व कई ब्लॉग्स ये बताते हैं कि हसदेव नदी के धार्मिक उद्गम स्थल में नदी सरई पेंड़ के ठूठ से निकली है,पर क्या सच में यह नदी सरई पेंड़ के ठूठ से निकली है? ये जानने के लिए हमने ग्रामीणों व मेंडराकला गांव की सरपंच से बात किया ।
Chhattisgarh, Hasdeo river originatesनदी के उद्गम स्थल के पास ही एक शिव मंदिर है जो कुछ सालों पहले ही बना है।मंदिर के अंदर गर्भ ग्रह में शिवलिंग विराजमान है। साथ ही कुछ अन्य देवी देवताओं की मूर्तियां भी विराजित है।इस मंदिर की देखरेख व पूजापाठ के लिए यहां पुजारी भी हैं ।
गांव में जाने के बाद एक और विचित्र बात सामने आई कि आज प्रदेश नित्य प्रगति कर रहा है पर अफसोस की बात है कि प्राकृतिक सौंदर्य से भरे इस गांव में अभी तक बिजली नहीं पहुंची है। यहां के लोग सोलर ऊर्जा पर निर्भर है और केवल रात में ही बिजली का उपयोग कर पाते हैं ।
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