: Har Ghar Tiranga : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने मंगलवार को अपने सभी सोशल मीडिया पेज की प्रोफाइल पिक्चर बदल दी है। उन्होंने प्रोफाइल पिक्चर में राष्ट्रिय ध्वज ‘तिरंगा’ की तस्वीर लगाई है। प्रधानमंत्री ने लोगों से भी अपने सोशल मीडिया पेज की डीपी में तिरंगा लगाने की अपील की है। पीएम मोदी के अलावा गृह मंत्री अमित शाह, बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा, शिवराज सिंह चौहान, ज्योतिरादित्य सिंधिया, स्मृति इरानी, योगी आदित्यनाथ, धर्मेंद्र प्रधान, रमेश पोखरियाल निशंक, पुष्कर सिंह धामी सहित कई नेताओं ने अपनी प्रोफाइल पिक्चर पर तिरंगा की तस्वीर लगाई है।
पीएम मोदी ने अपने ट्वीट में लिखा, ‘दो अगस्त का दिन खास है। ऐसे समय में जब हम आजादी का अमृत महोत्सव मना रहे हैं और देश हर घर तिरंगा अभियान से जुड़ने के लिए उत्साहित है, तो हमें अपने तिरंगे के लिए सामूहिक आंदोलन का उत्सव मनाने की जरूरत है। मैंने अपने सभी सोशल मीडिया अकाउंड की डीपी बदल दी है। मैं आपसे भी ऐसा करने की अपील करता हूं।’
दो अगस्त का दिन क्यों है खास?
दो अगस्त का दिन इसलिए खास है क्यों कि इसी दिन राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा को डिजाइन करने वाले पिंगली वेंकैया (who is Pingali Venkayya) का जन्म हुआ था। भारत के राष्ट्रीय ध्वज तिरंगे का डिजाइन करने वाले पिंगली वेंकैया का जन्म आज ही के दिन यानी 2 अगस्त 1876 को आंध्र प्रदेश के कृष्णा जिले के भटाला पेनमरू गांव में हुआ था। पिंगली वेंकैया ने साल 1916 से 1921 तक करीब 30 देशों के राष्ट्रीय ध्वज का अध्ययन किया, जिसके बाद उन्होंने तिरंगे को डिजाइन किया था।
उन्होंने मद्रास (वर्तमान में चेन्नई) में ही स्कूली शिक्षा पूरी की और ग्रेजुएशन के लिए कैंब्रिज यूनिवर्सिटी चले गए।
करीब दस साल बाद साल 1931 में तिरंगे को अपनाने का प्रस्ताव पास किया गया। हालांकि इस प्रस्ताव में कुछ संशोधन भी किए गए। जैसे झंडे में लाल रंग की जगह केसरिया रंग को जोड़ा गया। इसके साथ ही देश का केसरिया, सफेद और हरे रंग के साथ सफेद पट्टी पर चरखे वाला तिरंगा मिला। जुलाई 1947 में संविधान सभा में पिंगली वेकैंया (Everything About Pingali Venkayya) के बनाए तिरंगे को ही राष्ट्रीय ध्वज के रूप में अपनाया गया। कुछ समय बाद में तिरंगे में संशोधन किया गया और इसमें चरखे को हटाकर अशोक चक्र का शामिल किया गया।
पीएम मोदी ने पिंगली वेंकैया को याद किया। उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा, ‘मैं महान पिंगली वेंकैया को उनकी जयंती पर श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं। हमें तिरंगा देने के उनके प्रयासों के लिए हमारा देश हमेशा उनका ऋणी रहेगा, जिस पर हमें बहुत गर्व है। तिरंगे से शक्ति और प्रेरणा लेते हुए हम राष्ट्र की प्रगति के लिए कार्य करते रहें।”
महिला समूहों द्वारा बनाया जाएगा 60 हज़ार तिरंगा
रायपुर जिला प्रशासन की मदद से तिरंगा झंडा बनाने का काम उजाला ग्राम संगठन की तीस महिलाओं ने शुरू किया है। आठ अगस्त तक महिलाओं ने लगभग 60 हज़ार झंडे बनाने का लक्ष्य रखा है। इन झंडो को बनाने के लिए माप आदि की तकनीकी जानकारी और मार्गदर्शन जिला पंचायत के आजीविका मिशन स्व जुड़े अधिकारियों ने दिया है। स्व सहायता समूह की महिलाएँ खादी और पॉलिस्टर कपड़े के दो प्रकार के तिरंगा झण्डा बना रही है। आजीविका मिशन से जुड़े अधिकारियों ने बताया कि तिरंगा झंडा बनाने के लिये खादी के कपड़े स्थानीय स्तर पर खादी ग्रामोउद्योग बोर्ड से खरीदे गए है और पॉलिस्टर का कपड़ा दूसरे कपड़ा मिलों से मंगाया गया है। झण्डे बीस इंच ऊँचाई और 30 इंच चौड़ाई की निर्धारित माप में बनाये जाएंगे।
महिला समूहों की सदस्यों द्वारा बनाये गए इन झंडों को किफायती दरों पर सी मार्ट के साथ गाँव-गाँव की उचित मूल्य की राशन दुकानों पर बिक्री के लिए उपलब्ध कराया जाएगा। नगरीय निकायों और शासकीय कार्यालयों में भी स्टॉल लगाकर शासकीय अधिकारियों-कर्मचारियों सहित आम जनों को झण्डे उपलब्ध कराए जाएंगे।