RAIPUR TIMES पंडित रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय ने सेमेस्टर परीक्षाओं की समय सारिणी जारी कर दी है। परीक्षाएं 20 दिसंबर से शुरू होकर जनवरी के पहले सप्ताह तक चलेंगी। लेकिन कॉलेजों में अभी तक कोर्स पूरा नहीं हो पाया है। इस वजह से कॉलेजों में सिलेबस पूरा करने के लिए एक्स्ट्रा क्लासेस लगाई जाएंगी। छात्र अधूरे सिलेबस में परीक्षा न दें, इसलिए विश्वविद्यालय ने कॉलेजों पर भी नजर रखना शुरू कर दिया है कि उन्होंने कोर्स पूरा करने के लिए जरूरी प्रयास शुरू किए हैं या नहीं. विवि द्वारा जारी टाइम टेबल के अनुसार तीसरे सेमेस्टर से परीक्षा शुरू होगी।
रायपुर दिल दहला देने वाला हादसा: डंपर की चपेट में आई छात्रा, देखें खौफनाक वीडियो
पहले सेमेस्टर की परीक्षा 28 दिसंबर से शुरू होगी। विवि ने कॉलेज प्रबंधन से कहा है कि वे परीक्षा के पहले तक हर हाल में कोर्स कंप्लीट करवा लें। जिससे छात्रों को कोई परेशानी न हो। सेमेस्टर परीक्षाओं के पहले कॉलेजों में प्रायोगिक परीक्षाएं भी शुरू हो गई है। विवि के निर्देशानुसार सभी कॉलेजों को 20 से 30 नवंबर तक प्रैक्टिकल खत्म करने कहा गया है। संभाग के कई जिलों में प्रायोगिक परीक्षाएं खत्म भी करवा ली गई हैं। सेमेस्टर एग्जाम के पहले ही आंतरिक मूल्यांकन का काम लगभग पूरा करवा लिया जाएगा।
रायपुर में 8 परीक्षा केंद्र, प्रवेश पत्र 15 दिसंबर के पहले
रविवि की ओर से सेमेस्टर परीक्षाओं के लिए 25 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं। इस बार प्राइवेट कॉलेजों के बजाय केवल शासकीय कॉलेजों को ही परीक्षा केंद्र बनाया गया है। रायपुर में 8 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं। परीक्षा के लिए छात्रों को प्रवेश पत्र 15 दिसंबर के पहले ही जारी कर दिए जाएंगे। इसमें परीक्षा से संबंधित सभी तरह की जानकारी भी प्रिंट होगी। तीन साल के बाद ऐसा होगा जब रविवि की परीक्षाएं ऑफलाइन मोड पर परीक्षा केंद्रों में होगी। इसलिए तैयारियां भी विश्वविद्यालय की ओर से गंभीरता के साथ की जा रही है।
Sell Old Notes and Coins :रातों रात लखपति बना देगा ये 100 रुपए का पुराना नोट यहां बेचें …
समय-सारिणी ऑनलाइन अपलोड नहीं, परेशानी बढ़ी
रविवि की ओर से अभी तक सेमेस्टर परीक्षाओं की समय-सारिणी ऑनलाइन अपलोड नहीं की गई है। विवि अफसरों का कहना है कि सभी कॉलेजों को टाइम-टेबल भिजवा दिया गया है। कॉलेजों के सूचना बोर्ड पर इसे चस्पा भी कर दिया गया है। छात्र कॉलेज में ही टाइम-टेबल ले सकते हैं। हालांकि छात्रों का कहना है कि ऑनलाइन टाइम-टेबल अपलोड होने से परेशानी ही कम होती है। जो छात्र बाहर रहते हैं या कॉलेज कम आते हैं उन्हें भी इसकी जानकारी हो जाती है। इसलिए इसे ऑनलाइन अपलोड करना ही चाहिए।