Presidential Election 2022: आज देश को अपना 15वां राष्ट्रपति (President) मिल जाएगा. 18 जुलाई को राष्ट्रपति पद के लिए हुए मतदान के बाद आज 21 जुलाई को गुरुवार के दिन सुबह 11 बजे संसद भवन (Parliament House) में मतगणना शुरू हो जाएगी. एनडीए से राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू (NDA presidential candidate Droupadi Murmu) की इस चुनाव में जीत की संभावना जताई गई है. अगर द्रौपदी मुर्मू राष्ट्रपति चुनाव में जीत हासिल करती हैं तो वह देश की पहली आदिवासी महिला राष्ट्रपति बन जाएंगी.
आपको बता दें कि आज से 15 साल पहले 21 जुलाई के दिन देश को पहली महिला राष्ट्रपति मिली थी. दरअसल 15 साल पहले 21 जुलाई के दिन देश को प्रतिभा देवीसिंह पाटिल के रूप में पहली महिला राष्ट्रपति मिलीं थीं. 21 जुलाई 2007 को हुई राष्ट्रपति चुनाव की मतगणना में प्रतिभा देवीसिंह पाटिल विजयी रहीं थी. जिसके बाद 25 जुलाई 2007 को उन्हें राष्ट्रपति के रूप में शपथ दिलाई गई थी.
प्रतिभा देवीसिंह पाटिल थी पहली महिला राष्ट्रपति
प्रतिभा देवीसिंह पाटिल देश की 12वीं राष्ट्रपति बनीं और 2007-2012 तक अपना कार्यकाल पूरा किया. वह देश का यह सर्वोच्च संवैधानिक पद ग्रहण करने वाली पहली महिला थीं. जिसके बाद अब एनडीए से राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू इस चुनाव को जीत कर देश की दूसरी महिला राष्ट्रपति बनने के साथ ही पहली आदिवासी महिला राष्ट्रपति बन जाएंगी.
फिलहाल देश के वर्तमान राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद का कार्यकाल 24 जुलाई को समाप्त हो जाएगा और 25 जुलाई को नए राष्ट्रपति शपथ लेंगे. सभी राज्यों से मतपत्र संसद भवन लाए जा चुके हैं. चुनाव अधिकारी संसद के कमरा संख्या 63 में मतगणना के लिए तैयार हैं. इस कक्ष में मतपत्रों की चौबीस घंटे कड़ी सुरक्षा की जा रही है.
द्रौपदी मुर्मू की जीत लगभग तय
चुनाव के लिए मुख्य निर्वाचन अधिकारी राज्य सभा के सचिव जनरल पी.सी. मोदी गुरूवार को मतगणना की निगरानी करेंगे, शाम तक चुनाव परिणाम घोषित किए जाने की संभावना है. मोदी पहले सांसदों के सभी मतों की गिनती के बाद चुनावी रुझानों के बारे में जानकारी देंगे और फिर 10 राज्यों के वोटों की वर्णानुक्रम में गिनती के बाद फिर से जानकारी शेयर करेंगे.
राष्ट्रपति चुनाव के लिए संसद भवन समेत 31 स्थानों और विधानसभाओं के भीतर 30 केंद्रों पर सोमवार को सुबह 10 बजे से शाम पांच बजे के बीच मतदान हुआ था. कई राज्यों में मुर्मू के पक्ष में ‘क्रॉस वोटिंग’ होने की खबरें भी आई थीं. राष्ट्रपति चुनाव में सदस्यों को व्हिप जारी नहीं किया जाता.