बतादें कि बंदी रामकृष्ण तिवारी आर्म्स एक्ट के मामले में जेल में एक दिन पहले जेल भेजा गया था। पुलिस ने एक दिन पहले रामकृष्ण तिवारी को कट्टे के साथ गिरफ्तार किया था। केंद्रीय जेल परिसर में इस वारदात से हड़कंप मच गया है। इस घटना के बाद जेल की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठने लगे हैं।

साथ ही जेल प्रबंधक की बड़ी लापरवाही उजागर हुई है कि इस हाई सिक्‍युरिटी के बावजूद बंदियों को हथियार या ब्‍लेड कैसे मिले। फिलहाल जेल पुलिस इस पूरे मामले की जांच कर रही है।इस घटना में केंद्रीय जेल के जेलर उत्तम पटेल ने बताया कि बंदियों के बीच मारपीट हुई है। केंद्रीय जेल में आमद हत्या की धारा 302 के अपराध में राहुल आहूजा और उमेश सजा काट रहे है। आरोपितों के विरुद्ध जेल प्रबंधन कड़ी कार्रवाई कर रहा है।